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दुनिया का एकलौता ‘काला मुर्गा’, माना जाता है ईश्वर का दूत !
हमने आज तक भूरे, सफेद, क्रीम, लाल मुर्गे देखे होंगे जिसे आसानी से कहीं भी देखा जा सकता है. उसी कलर के मुर्गे को अधिकतर लोग खाना भी पसन्द करते हैं लेकिन क्या आपने कभी काला मुर्गा देखा या सुना है ? तो हम आपको बता दें कि U.S. के एक मुर्गी फार्म में एक विदेशी नस्ल का ऐसा मुर्गा पकड़ा गया है जो पूरी तरह से काला है और आश्चर्य की बात तो ये है की ये मुर्गा सिर्फ बाहर से ही नहीं बल्कि अंदर से भी पूरा काला है.
जाँच करने पर पाया गया की ये Ayam Cemani नस्ल का मुर्गा है जो बाहर से तो काला है ही बल्कि इसके अंदर के सभी अंग भी काले हैं इस कारण इसे जो भी देखता है आश्चर्यचकित रह जाता है. असल में इस नस्ल के मुर्गे इंडोनेशिया में पाए जाते हैं और United States ने इन्हें आयत करने पर पाबन्दी लगा रखी है, ये बहुत ही दुर्लभ और महंगी प्रजाति के मुर्गे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार इस मुर्गे के नवजात शिशु की कीमत होती है करीब 199 डॉलर. कई जगह इस प्रजाति से मिलते जुलते मुर्गे भी धोखे से बेचे जाते हैं. इस तरह के मुर्गे ख़ास तौर पर जावा आइलैंड, इंडोनेशिया में पाए जाते हैं. इस तरह का मुर्गा दो अलग-अलग DNA के मेल से बनता है और इसी कारण इसका मांस, हड्डी यहाँ तक की जीभ भी काले रंग की होती है.
आपको बता दें की इन मुर्गों को खाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता बल्कि इन्हें लोग धार्मिक नजर से देखते और मानते हैं, लोग इन्हें ईश्वर का रूप और दूत मानते हैं.
image source : gazabpost.com
जाँच करने पर पाया गया की ये Ayam Cemani नस्ल का मुर्गा है जो बाहर से तो काला है ही बल्कि इसके अंदर के सभी अंग भी काले हैं इस कारण इसे जो भी देखता है आश्चर्यचकित रह जाता है. असल में इस नस्ल के मुर्गे इंडोनेशिया में पाए जाते हैं और United States ने इन्हें आयत करने पर पाबन्दी लगा रखी है, ये बहुत ही दुर्लभ और महंगी प्रजाति के मुर्गे हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार इस मुर्गे के नवजात शिशु की कीमत होती है करीब 199 डॉलर. कई जगह इस प्रजाति से मिलते जुलते मुर्गे भी धोखे से बेचे जाते हैं. इस तरह के मुर्गे ख़ास तौर पर जावा आइलैंड, इंडोनेशिया में पाए जाते हैं. इस तरह का मुर्गा दो अलग-अलग DNA के मेल से बनता है और इसी कारण इसका मांस, हड्डी यहाँ तक की जीभ भी काले रंग की होती है.
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आपको बता दें की इन मुर्गों को खाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता बल्कि इन्हें लोग धार्मिक नजर से देखते और मानते हैं, लोग इन्हें ईश्वर का रूप और दूत मानते हैं.
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