G-20 क्या है ? कैसे काम करता है ? What is G-20 and How it Works ?

G 20 दुनिया के प्रमुख देशों के बीस वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों का एक संगठन है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. जिसका प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष और यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा किया है.

G 20 का गठन – 

25 सितंबर 1999 को अमरीका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में विश्व के सात प्रमुख देशों के संगठन जी 7 ने एक नया संगठन बनाने की घोषणा की थी. उभरती आर्थिक ताक़तों की बुरी वित्तीय स्थिति से बने चिंता के माहौल के बीच गठित इस संगठन का नाम दिया गया- जी 20.

G 20 का उद्देश्य –

विश्व बाज़ारों में तेज़ी और स्थिरता लाना एक मक़सद है इस संगठन के गठन के समय इसका उद्देश्य था विकसित औद्योगिक देशों के साथ-साथ उभरते बाज़ारों को जोड़ना जिनमें प्रमुख थे चीन और भारत.
इसमें से 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. G 20 के नेता साल में एक बार बैठक करते हैं. इसके अलावा, साल के दौरान, सभी सदस्य देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में सुधार लाने, वित्तीय नियमन में सुधार लाने और प्रत्येक सदस्य देश में जरूरी प्रमुख आर्थिक सुधारों पर चर्चा करने के लिए बैठक करते हैं.

पहला G 20 सम्मेलन – 

G 20 की शुरुआत, 1999 में एशिया में आये वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों की बैठक के तौर पर हुई थी. पहला जी 20 के नेताओं का शिखर सम्मे्लन 2008 के वित्तीय संकट को ध्या‍न में रखते हुए अमरीका के राष्ट्र्पति की पहल पर 14-15 नवंबर, 2008 को वाशिंगटन डीसी में आयोजित किया गया था. तब से ये बैठक हर साल हो रही है.
G 20 शिखर सम्मेलन में रोजगार के अवसर और मुक्त व्यापार पर अधिक जोर दिया जाता है. इसके साथ ही वैश्विक आर्थिक विकास की भी पहल की जाती है. प्रत्येक G 20 अध्यक्ष हर साल कई अतिथि देशों को भी आमंत्रित करता है.
G 20 वित्तीय स्थिरता बोर्ड, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, आर्थिक सहयोग एंव विकास संगठन, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और विश्व व्यापार संगठन के साथ मिलकर काम करता है.
G 20 के सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का करीब 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार का 75 फीसदी और विश्व की आबादी का दो तिहाई से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं.

G-20 के सदस्य देश –

जी 20 के सदस्य देश – अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अमेरिका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ है.
जी 20 की अध्यक्षता एक प्रणाली के तहत हर साल बदलती रहती है. जो समय के साथ क्षेत्रीय संतुलन को सुनिश्चित करता है. अनौपचारिक राजनीतिक मंच की अपनी प्रकृति को दर्शाते हुए G 20 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है. इसके बजाये अन्य सदस्यों के साथ जी 20 एजेंडा पर परामर्श और वैश्विक अर्थव्यवस्था में हुए विकास पर प्रतिक्रिया देने के लिए उन्हें एक साथ लाने की जिम्मेदारी G 20 के अध्यक्ष की होती है.
वार्षिक शिखर सम्मेलन की तैयारी वरिष्ठ अधिकारियों के जिम्मे होती है जिन्हें शेरपा कहा जाता है. जो G 20 के नेताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं.

G 20 के शिखर सम्मेलन – 

1. 14 – 15, नवंबर 2008 वाशिंगटन, अमेरिका
2. 2 अप्रैल, 2009 लंदन, यूनाईटेड किंगडम
3. 24-25 सितंबर, 2009 पीट्सबर्ग, अमेरिका
4. 26-27 जून, 2010 टोरंटो, कनाडा
5. 11-12 नवंबर 2010 सियोल, दक्षिण कोरिया
6. 3-4 नवंबर 2011 कान्स, फ्रांस
7. 18-19 जून 2012 लॉस कॉबोस, मैक्सिको
8. 5-6 सितंबर 2013 सेंट पीटर्सबर्ग, रूस
9. 15-16 नवंबर 2014 बिर्सबेन, ऑस्ट्रेलिया
10. 15-16 नवंबर 2015 अंतालिया, तुर्की
11. 4-5 सितंबर 2016 हंगझाऊ, चीन
12. 7-8 जुलाई 2017 हैमबर्ग, जर्मनी

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