भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर है जिसे पक्षियों का राजा भी कहते हैं. मोर के
Sex के बारे में कई लोगों के अलग-अलग मत हैं लेकिन कई लोगों का मानना है
कि मोर के आंसुओं की बूंदों से मोरनी गर्भवती होती है लेकिन ये मत कितना
सही है कितना नहीं इसके बारे में Azab Gazab पुष्टि नहीं करता. इसके कई
मायने हो सकते हैं जिसे पूरी तरह समझना और मुश्किल है.
हाल ही में राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस महेश चंद्र शर्मा ने कहा है कि मोर के ब्रह्मचारी रहने के कारण ही भगवान कृष्ण ने इसके पंख को सिर पर धारण करते थे. खैर बातें हैं बातों क्या..छोड़िए, आज हम आपको मोर से जुड़े कुठ रोचक बातें बतातें हैं…
2. खूबसूरत रंग-बिरंगे पक्षी मोर को राष्ट्रीय पक्षी इसलिए बनाया गया, क्योंकि पहले यह भारत में ही पाया जाता था. राष्ट्रीय पक्षी के लिए पहले सारस, हंस, ब्राम्हिणी काइट के नामों पर भी विचार किया गया था, लेकिन मोर को ही चुना गया. इसके पीछे कई वजहें मानी जाती हैं.
3. National World Selection के लिए साल 1960 में तमिलनाडु राज्य के उधागमंडलम (अब ऊटाकामुंड) में एक मीटिंग की हुई थी. मीटिंग की Guidlines के अनुसार, देश के हर हिस्से में पाए जाने वाले पक्षी को नेशनल वर्ड के लिए चुनना जरूरी था.
4. इसके अलावा, आम आदमी उस पक्षी को जानता भी हो और वो भारतीय संस्कृति का हिस्सा हो, इन सब बातों पर मोर ही खरा उतरा है. कुछ दिनों के बाद 26 जनवरी 1963 को मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित कर दिया गया.
5. मोर-मोरनी के Sex का समय जनवरी से अक्टूबर के बीच में होता है. कुछ लोग मानते हैं कि मोर का गुप्तांग नहीं होता, उसके आंसुओं से मोरनी गर्भवती होती है. जबकि कई लोग मानते हैं कि मोर दूसरे पक्षियों की तरह की Sex करता है. मोरनी एक बार में तीन से पांच अंडे देती है. ये अंडे सफेद व पीले रंग के होते हैं.
6. मोर शिष्टता और सुंदरता का प्रतीक होता है. मोर पंख को मुकुट और सिंहासनों पर लगाया जाता था. मोर पंख में स्याही भरकर लिखने वाले कवियों ने इसकी महत्वता को बताया है. मोर हिंदू धर्म में बहुत मान्य होता है. क्योंकि भगवान कृष्ण मोर के पंखों को माथे पर धारण किए रहते थे.
7. माना जाता है कि मोर मूल रूप से भारत में पाए जाते थे. सबसे पहले सिकंदर मोरों को भारत से यूनान ले गया था. उसके बाद से दुनिया भर के कई देशों में इसकी अलग-अलग प्रजातियां हो गईं. आज भी मोरों की सबसे सुंदर प्रजातियां भारत में ही पाई जाती हैं.
8. मोर खुले मैदानों और घाटियों में रहना पसंद करते हैं. मोर बहुत ही कम उड़ते हैं. रात होने पर वे पेड़ों पर चढ़ जाते हैं और सुबह होते ही उतर कर खुले मैदानों में आ जाते हैं. मोर अपना घोंसला घनी झाड़ियों के बीच बनाते हैं, जो जमीन पर होती हैं और पत्तियों से ढ़की होती है.
9. Peacock सर्वाहारी पक्षी होते हैं यानी वे सांप, छिपकली और कई तरह के कीड़े खा सकते हैं. इसके अलावा अनाज के दाने भी खाते हैं. फसलों के कीड़े-मकोड़े खाकर मोर किसानों की मदद करता है, इसलिए लोगों को पसंद होता है. जंगल में कोई खतरा होने की आवाज मोर लगाता है. शेर, बाघ, चीता जब शिकार के लिए निकलते हैं तो मोर चिल्लाने लगता है.
10. Peacock का Dance बहुत मशहूर है. ये धीमी गति में नाचना पसंद करते हैं. Peacock का शिकार भारत में पूरी तरह से बैन है. इसे भारतीय वन्य जीव अधिनियम साल 1972 के तहत संरक्षण दिया गया है.
11. मोरनियों को आकर्षित करने के लिए मोर बहुत धीरे-धीरे नाचते है. ये ऐसा पक्षी है जो बरसात के मौसम में ज्यादा खुश होकर नाचता है. मोर के Dance से प्रभावित होकर मादा मोर नर मोर की तरफ खिंची चली आती हैं.
12. देश में सबसे ज्यादा मोर-मोरनियां हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात और बंगाल में पाए जाते हैं.
हाल ही में राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस महेश चंद्र शर्मा ने कहा है कि मोर के ब्रह्मचारी रहने के कारण ही भगवान कृष्ण ने इसके पंख को सिर पर धारण करते थे. खैर बातें हैं बातों क्या..छोड़िए, आज हम आपको मोर से जुड़े कुठ रोचक बातें बतातें हैं…
पक्षी मोर के बारे में Facts –
1. मोर को 26 जनवरी, 1963 को इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया था. भारत के अलावा म्यांमार का राष्ट्रीय पक्षी भी मोर ही है. साइंस की भाषा में मोर को ‘पावो क्रिस्टेटस’ कहा जाता है. वहीं, अंग्रेजी में इसे पीफाउल और पीकॉक कहते हैं.2. खूबसूरत रंग-बिरंगे पक्षी मोर को राष्ट्रीय पक्षी इसलिए बनाया गया, क्योंकि पहले यह भारत में ही पाया जाता था. राष्ट्रीय पक्षी के लिए पहले सारस, हंस, ब्राम्हिणी काइट के नामों पर भी विचार किया गया था, लेकिन मोर को ही चुना गया. इसके पीछे कई वजहें मानी जाती हैं.
3. National World Selection के लिए साल 1960 में तमिलनाडु राज्य के उधागमंडलम (अब ऊटाकामुंड) में एक मीटिंग की हुई थी. मीटिंग की Guidlines के अनुसार, देश के हर हिस्से में पाए जाने वाले पक्षी को नेशनल वर्ड के लिए चुनना जरूरी था.
4. इसके अलावा, आम आदमी उस पक्षी को जानता भी हो और वो भारतीय संस्कृति का हिस्सा हो, इन सब बातों पर मोर ही खरा उतरा है. कुछ दिनों के बाद 26 जनवरी 1963 को मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित कर दिया गया.
5. मोर-मोरनी के Sex का समय जनवरी से अक्टूबर के बीच में होता है. कुछ लोग मानते हैं कि मोर का गुप्तांग नहीं होता, उसके आंसुओं से मोरनी गर्भवती होती है. जबकि कई लोग मानते हैं कि मोर दूसरे पक्षियों की तरह की Sex करता है. मोरनी एक बार में तीन से पांच अंडे देती है. ये अंडे सफेद व पीले रंग के होते हैं.
6. मोर शिष्टता और सुंदरता का प्रतीक होता है. मोर पंख को मुकुट और सिंहासनों पर लगाया जाता था. मोर पंख में स्याही भरकर लिखने वाले कवियों ने इसकी महत्वता को बताया है. मोर हिंदू धर्म में बहुत मान्य होता है. क्योंकि भगवान कृष्ण मोर के पंखों को माथे पर धारण किए रहते थे.
7. माना जाता है कि मोर मूल रूप से भारत में पाए जाते थे. सबसे पहले सिकंदर मोरों को भारत से यूनान ले गया था. उसके बाद से दुनिया भर के कई देशों में इसकी अलग-अलग प्रजातियां हो गईं. आज भी मोरों की सबसे सुंदर प्रजातियां भारत में ही पाई जाती हैं.
8. मोर खुले मैदानों और घाटियों में रहना पसंद करते हैं. मोर बहुत ही कम उड़ते हैं. रात होने पर वे पेड़ों पर चढ़ जाते हैं और सुबह होते ही उतर कर खुले मैदानों में आ जाते हैं. मोर अपना घोंसला घनी झाड़ियों के बीच बनाते हैं, जो जमीन पर होती हैं और पत्तियों से ढ़की होती है.
9. Peacock सर्वाहारी पक्षी होते हैं यानी वे सांप, छिपकली और कई तरह के कीड़े खा सकते हैं. इसके अलावा अनाज के दाने भी खाते हैं. फसलों के कीड़े-मकोड़े खाकर मोर किसानों की मदद करता है, इसलिए लोगों को पसंद होता है. जंगल में कोई खतरा होने की आवाज मोर लगाता है. शेर, बाघ, चीता जब शिकार के लिए निकलते हैं तो मोर चिल्लाने लगता है.
10. Peacock का Dance बहुत मशहूर है. ये धीमी गति में नाचना पसंद करते हैं. Peacock का शिकार भारत में पूरी तरह से बैन है. इसे भारतीय वन्य जीव अधिनियम साल 1972 के तहत संरक्षण दिया गया है.
11. मोरनियों को आकर्षित करने के लिए मोर बहुत धीरे-धीरे नाचते है. ये ऐसा पक्षी है जो बरसात के मौसम में ज्यादा खुश होकर नाचता है. मोर के Dance से प्रभावित होकर मादा मोर नर मोर की तरफ खिंची चली आती हैं.
12. देश में सबसे ज्यादा मोर-मोरनियां हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात और बंगाल में पाए जाते हैं.
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