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भारत-पाकिस्तान की सीमा से जुड़ी 8 बेहद खास बातें.. Everything about India-Pakistan border in Hindi
भारत-पाकिस्तान की सीमा से जुड़ी ज्यादातर गोलीबारी की खबरें ही सुर्खियों में रहती है। कभी सीज फायर उल्लंघन तो कभी जवानों के शहीद होने की खबर। ऐसे में इस सीमा से जुड़ी ऐसी 8 बातें जो आप शायद ही जानते हों-
1.अंतरिक्ष से चमकता है भारत-पाक बॉर्डर
नासा ने पिछले साल दूसरी बार और पाकिस्तान के बॉर्डर की एक फोटोग्राफ जारी की। जो जंग के मातम से दूर बहुत ही शानदार दिख रहा था। दरअसल
भारत ने पाकिस्तान के साथ सटी सीमा पर 150,000 फ्लड लाइट्स इंस्टॉल करके रखी है। 50,000 पोल्स पर लगी इन लाइट्स की वजह से ही बॉर्डर स्पेस से साफ नजर आता है।
2.दुनिया के सबसे खतरनाक बॉर्डर्स में शुमार है भारत-पाक सीमा
दुनिया के सबसे मुश्किल सीमाओं में शुमार भारत-पाक बॉर्डर बेहद खतरनाक है। भारत और पाक की सेनाएं एक ओर जहां -60 डिग्री वाले वॉर जोन सियाचिन में तैनात रहती हैं। तो वहीं दूसरी ओर वह 50 डिग्री की भूनकर रख देने वाली गर्मी में भी अपने-अपने वतन की हिफाजत में लगी रहती हैं।
1.अंतरिक्ष से चमकता है भारत-पाक बॉर्डर
नासा ने पिछले साल दूसरी बार और पाकिस्तान के बॉर्डर की एक फोटोग्राफ जारी की। जो जंग के मातम से दूर बहुत ही शानदार दिख रहा था। दरअसल
भारत ने पाकिस्तान के साथ सटी सीमा पर 150,000 फ्लड लाइट्स इंस्टॉल करके रखी है। 50,000 पोल्स पर लगी इन लाइट्स की वजह से ही बॉर्डर स्पेस से साफ नजर आता है।
2.दुनिया के सबसे खतरनाक बॉर्डर्स में शुमार है भारत-पाक सीमा
दुनिया के सबसे मुश्किल सीमाओं में शुमार भारत-पाक बॉर्डर बेहद खतरनाक है। भारत और पाक की सेनाएं एक ओर जहां -60 डिग्री वाले वॉर जोन सियाचिन में तैनात रहती हैं। तो वहीं दूसरी ओर वह 50 डिग्री की भूनकर रख देने वाली गर्मी में भी अपने-अपने वतन की हिफाजत में लगी रहती हैं।
3.रेडक्लिफ ने तैयार की थी भारत पाक सीमा
ब्रिटिश वकील सर सिरिल रेडक्लिफ को भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। सिरिल रेडक्लिफ वह शख्स थे जिन्होंने दोनों देशों के बीच बंटवारे में अहम भूमिका अदा की थी। बॉर्डर तैयार करनै से पहले एक भी बार रेडक्लिफ भारत आए ही नहीं थे।ष
ब्रिटिश वकील सर सिरिल रेडक्लिफ को भारत और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी। सिरिल रेडक्लिफ वह शख्स थे जिन्होंने दोनों देशों के बीच बंटवारे में अहम भूमिका अदा की थी। बॉर्डर तैयार करनै से पहले एक भी बार रेडक्लिफ भारत आए ही नहीं थे।ष
4.बिना अनुभव और जानकारी बांट दिया दो देशों को
रेडक्लिफ का स्टाफ बिना अनुभाव वाला था। रेडक्लिफ और उनके पूरे स्टाफ को भारत के बारें में कुछ भी पता नहीं था। आपको जानकर हैरानी होगी कि रेडक्लिफ और उनके स्टाफ में किसी को भी बॉर्डर तैयार करने जैसे काम का अनुभव नहीं था।
रेडक्लिफ का स्टाफ बिना अनुभाव वाला था। रेडक्लिफ और उनके पूरे स्टाफ को भारत के बारें में कुछ भी पता नहीं था। आपको जानकर हैरानी होगी कि रेडक्लिफ और उनके स्टाफ में किसी को भी बॉर्डर तैयार करने जैसे काम का अनुभव नहीं था।
5.मिटा दिए सारे दस्तावेज
रेडक्लिफ ने भारत छोड़ने के समय बॉर्डर से संबंधित सारे दस्तावेज नष्ट कर दिए थे। वो किसी भी तरह से इस काम को पूरा करके वापस लौटना चाहते थे। उनको इस बात का अंदाजा था कि दोनों देशों के लोग इस बंटवारे के साथ ही मुश्किलों को झेलने के लिए मजबूर होंगे।
रेडक्लिफ ने भारत छोड़ने के समय बॉर्डर से संबंधित सारे दस्तावेज नष्ट कर दिए थे। वो किसी भी तरह से इस काम को पूरा करके वापस लौटना चाहते थे। उनको इस बात का अंदाजा था कि दोनों देशों के लोग इस बंटवारे के साथ ही मुश्किलों को झेलने के लिए मजबूर होंगे।
6.सिर्फ 2 घंटे में बांट दिए देश
बेहद जल्दबाजी में दोनों देशों के बीच सीमाए तय की गई थी। दोनों देशों के
प्रतिनिधियों को आखिरी नतीजा पढ़ने के लिए सिर्फ दो घंटे का समय ही दिया गया था।
बेहद जल्दबाजी में दोनों देशों के बीच सीमाए तय की गई थी। दोनों देशों के
प्रतिनिधियों को आखिरी नतीजा पढ़ने के लिए सिर्फ दो घंटे का समय ही दिया गया था।
7.क्या है रेडक्लिफ रेखा
सर सिरिल रेडक्लिफ के नाम पर ही वेस्ट पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश तक के बॉर्डर को रेडक्लिफ लाइन का नाम दिया गया। वहीं सिंध से सटी सीमाएं दोनों देशों के बीच गुजरात से लगी सीमाओं को इंटरनेशनल बॉर्डर और सिंध से सटी सीमाओं को एलओसी कहते हैं।
सर सिरिल रेडक्लिफ के नाम पर ही वेस्ट पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश तक के बॉर्डर को रेडक्लिफ लाइन का नाम दिया गया। वहीं सिंध से सटी सीमाएं दोनों देशों के बीच गुजरात से लगी सीमाओं को इंटरनेशनल बॉर्डर और सिंध से सटी सीमाओं को एलओसी कहते हैं।
8.कितनी लंबी है सीमा
दोनों देशों के बीच बॉर्डर की लंबाई 2,900 किमी तक फैली है।
दोनों देशों के बीच बॉर्डर की लंबाई 2,900 किमी तक फैली है।
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