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क्या आप प्रधानमंत्री को मिलने वाली SPG सिक्योरिटी के बारे में जानते हैं ?
अक्सर हम लोग News Channels पर SPG सुरक्षा या अन्य राजनेताओं को दी जाने वाली Z+ सुरक्षा से सम्बंधित ख़बरों के बारे में सुनते हैं. आपने यह भी कई बार सुना होगा की किसी पूर्व सरकार के कई नेताओं की सिक्योरिटी, नयी सरकार के बनते ही या तो हटा दी गयी है और या कम कर दी गयी है. किसको कौन सी श्रेणी की सुरक्षा देनी है, इस बारे में पहले गृह मंत्रालय, राज्य सरकार से विचार विमर्श करती है. इस मामले में गृह मंत्रालय का फैसला होता है. आइये जानते हैं Security के Levels के बारे में-
Z प्लस या Z Security-
यह Security State के मुख्यमंत्री, कैबनेट रैंक के Minister, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज, और कुछ महत्वपूर्ण व्यक्तियों को दी जाती है. Z+ Security की जिम्मेदारी 36 जवानों के कन्धों पर होती है. इसमें 10 से ज्यादा NSG (National Security Guards) के कमांडों और CISF, ITBP, BSF और कुछ पुलिस के ऑफिसर्स होते हैं. NSG कमांडों मार्शल आर्ट में माहिर होते हों, वह बगैर हथियारों के भी दुश्मन से लड़ सकते हैं.
NSG कमांडों का यह दस्ता Modern Communication System से लैस होता है. जब खतरा कम होता है तो Z+ की जगह Z Category की सुरक्षा दी जाती है. इसमें भी CISF, ITBP, BSF और पुलिस के 22 जवान तैनात होते हैं. इन 22 जवानों में 5 NSG कमांडो होते हैं.
प्रधानमन्त्री और राष्ट्रपति को मिलने वाली SPG Security-
इस Category की Security प्राइम मिनिस्टर, राष्ट्रपति और उनके परिवार वालों को दी जाती हैं. इसके अलावा ये Security भूतपूर्व प्रधानमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद, लगभग 6 महीने तक दी जाती है. स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का गठन साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किया गया था. इसलिए एक विशेष कानून के तहत यह सुरक्षा गांधी फॅमिली को भी दी जाती है.
SPG की खासियत-
एसपीजी कमांडो अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं. इनके पास एफएनएफ-2000 असॉल्ट रायफल, आटोमेटिक गन और सबसे खतरनाक 17 एम पिस्तौल होती है. इन Commondes की नजर से बच पाना बहुत मुश्किल होता है. यह कमांडो अपने आस-पास होने वाली हर गतिविधि पर अपनी नजर रखते हैं. इसके लिए वह एक खास तरह का चश्मा पहनते हैं. इस चश्मे से हमले के वक्त भी बड़ी आसानी से देखा जा सकता है.
SPG कमांडो सबसे हल्के और मजबूत बुलेट प्रूफ जैकेट पहनते हैं. अगर कोई अचानक से प्रधानमन्त्री पर गोलाबारी कर दे, तो यह प्रधानमंत्री के आगे खड़े होकर उनकी रक्षा कर सकते हैं.
इसके आलावा अगर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का दल अगर आपके आस-पास से गुजरता है, तो 100 मीटर की दूरी पर आपका मोबाइल फोन काम करना बंद कर देगा. ऐसा इसलिए क्यों कि इनके दस्ते में जैमर से लैस एक गाड़ी भी रहती है. वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में 1000 से जायदा SPG कमांडों तैनात हैं.
Y Grade Security- इस ग्रेड की सिक्योरिटी में 11 जवान होते हैं. इनमे से एक या दो NSG कमांडों होते हैं.
x Grade Security- इस ग्रेड की सिक्योरिटी में 2 जवान होते हैं, जो स्टेट पुलिस के होते हैं. इन्हें पीएसओ भी कहा जाता है. इस ग्रेड की सुरक्षा विधायकों को दी जाती है.
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