Ferrari कार का सपना हर किसी का होता है हर कोई उसमे बैठ के घूमना चाहता है. Ferrari सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली कार है. बात सिर्फ लुक्स और कम्फर्ट की नहीं है बल्कि स्टेटस की भी है. लेकिन क्या आपको पता है ये कंपनी अपने कर्मचारियों को ये कार खरीदने की इज़ाज़त नहीं देती है. जानिए क्यों ?
1. Ferrari कंपनी की शुरुआत साल 1939 में हुई थी.
2. साल 1962 में इस कंपनी ने सबसे महंगी कार बनाई. वो कार फेरारी 250 GTO US-based थी जिसको बिजनेसमैन क्रैग मक्काव 2012 में USD 35 मिलियन में खरीदी थी ये Ferrari के हिस्ट्री की सबसे महंगी कार थी.
3. हर कंपनी अपने कर्मचारियों को अलग – अलग तोहफे देती है, लेकिन Ferrai अपने कर्मचारियों को खुद की कंपनी की कार खरीदने नहीं देती है.
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4. कंपनी के चीफ मार्केटिंग एंड कमर्शियल ऑफिसर ने एक इंटरव्यू देते हुआ कहा था की हमारी कार का इंतज़ार क्लाइंट बेसब्री से करते है, ये सही नही है की कार कर्मचारियों को दिया जाये. इसको लेने का हक सबसे पहले क्लाइंट का होता है.
5. कम्पनी सिर्फ फार्मूल 1 ड्राइवर्स को ये कार देने की अनुमति देती है. इस टाइम पर कंपनी के 2 कर्मचारियों वीटल और किमी रैक्कों के पास कंपनी की कार है. और आपको जान के हैरानी होगी की उनको ये बिना किसी डिस्काउंट के मिली है.
6. कंपनी 8000 कार प्रति साल के हिसाब से बनाती है इसमें से कुछ कार्स बिकने के लिए होती है जिनकी कीमत यूरो 1.2 मिलियन (9 करोड़ रुपये) होती है.
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