Headlines
Loading...
History: आखिर कब और कैसे अंग्रेज पहली बार भारत में आए ?

History: आखिर कब और कैसे अंग्रेज पहली बार भारत में आए ?

भारत का कालीकट बंदरगाह, तारीख थी 20 मई, 1498, जब वास्को डी गामा पहली बार समुद्र के रास्ते भारत पहुंचा और भारत के लिए यूरोप और पूर्वी देशों के बीच समुद्री मार्ग खुल गए. धीरे-धीरे यूरोपीय देशों के लिए भारत एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र बन गया और यहां मिलने वाले मसालों के व्यापार पर एकाधिकार की चाह बढ़ने लगी. इसी के बाद ही कई नौसैनिक युद्ध भी हुए. आज हम आपको बता रहे हैं कि अंग्रेज पहली बार भारत कब और क्यों आए ?


ब्रिटिश ईस्ट कंपनी का गठन

1600 ई. में जॉन वॉट्स और जॉर्ज व्हाईट ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ व्यापार करने के लिए ब्रिटिश जॉइंट स्टॉक कंपनी की नींव रखी, जिसे हम ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से जानते हैं.

भारतीय उपमहाद्वीप में अंग्रेज आए

तारीख थी 24 अगस्त, 1608 और जगह थी सूरत का बंदरगाह, जहां पर अंग्रेजों का आगमन हुआ, लेकिन इस घटना के 7 साल बाद सर थॉमस रो को सूरत में कारखाना खोलने की इजाजत मिली और शाही फरमान मिला. इसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास में अपना दूसरा कारखाने के लिए विजयनगर साम्राज्य से शाही फरमान प्राप्त किया.
अंग्रेजों ने अपनी कूटनीति के बल पर भारत से अन्य यूरोपीय कंपनियों को बाहर खदेड़ दिया और यहां रेशम, नील, कपास, चाय और अफीम का व्यापार करने लगे. इस दौरान उन्होंने देखा कि यहां की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थिति बिल्कुल अस्त-व्यस्त है और लोगों के बीच आपसी मतभेद हैं.
इसी बात का फायदा उठाकर उन्होंने भारत पर शासन का विचार बनाया और इस राह पर कदम बढ़ा दिया. 1750 के दशक से ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय राजनीति में दखल देना शुरू कर दिया. साल 1757 में प्लासी की लड़ाई में रॉबर्ट क्लाईव के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को हराया और इस लड़ाई के बाद ही ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन भारत में शुरू हो गया.

0 Comments: