1. सीवी रमन का जन्म 7 नवंबर साल 1888 को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में हुआ था. इनके पिता का नाम चंद्रशेखर अय्यर औऱ माता का नाम पार्वती अय्यर था.
2. चंद्रशेखर वेंकटरमन बचपन से ही पढ़ने में बहुत ही मेधावी छात्र थे. उन्होंने मात्र 11 साल की उम्र में ही उच्चतर माध्यमिक की पढ़ाई पूरी कर ली थी.
3. चंद्रशेखर वेंकटरमन ने मद्रास के प्रेसीडेंसी कालेज में साल 1902 में भौतिकी से बीएससी करने के लिए एडमीशन ले लिया जिसमें उन्हें कॉलेज की तरफ से गोल्ड मेडल भी दिया गया और उसके बाद साल 1907 में उन्होंने एमएससी की डिग्री भी हासिल कर ली थी.
4. एक दिन वेंकटरमन ने एक युवती को वीणा बजाते देखा और उस पर मोहित हो गये. लोकसुंदरी नामक उस युवती का वीणा वादन उन्हें इतना अधिक प्रिय लगा कि उन्होंने तुरन्त ही उसके माता-पिता के पास जाकर लोकसुंदरी के विवाह की इच्छा जाहिर की जिसके लिए लोकसुंदरी माता-पिता राजी हो गये और इस तरह चंद्रशेखर वेंकटरमन से उनकी शादी हो गई .
5. साल 1907 में एमएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कोलकाता में भारत सरकार के वित्त विभाग में सहायक अभिलेखागार के तौर पर सेवारत हुए.
6. चंद्रशेखर की विज्ञान में अत्यधिक रुचि होने के कारण उन्होंने दफ्तर के काम से जब कभी भी फ्री समय मिलता था तब वह इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टिवेशन साइंस की प्रयोगशाला में जाकर अपने प्रयोग किया करते थे.
7. साल 1917 में चंद्रशेखर वेंकटरमन ने भारत सरकार के वित्त विभाग की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और फिर वो बाद में कोलकाता विश्वविद्यालय में भौतिकी के प्रोफेसर बनकर पढ़ाने लगे. सर वेंकटरमन ने तब भी अपना अनुसंधान कार्य जारी रखा.
8. साल 1929 में सी वी वेंकटरमन ने भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 16वें सत्र की अध्यक्षता भी की थी.
9. अपने शोधों पर लगातार अथक प्रयास के चलते सर सी वी रमन ने प्रकाश के प्रकीर्णन को खोज निकाला जिसे आगे चलकर रमन प्रभाव का नाम दिया गया. साल 1930 में इसी रमन प्रभाव के चलते चंद्रशेखर वेंकटरमन को साल 1930 में भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया.
10. सी वी रमन ने रमन प्रभाव को 28 फरवरी के दिन ही खोजा था जिसके सम्मान में 28 फरवरी को ही विज्ञान दिवस मनाया जाता है.
11. साल 1934 में सर चंद्रशेखर वेकटरमन को बंगलौर स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान का निदेशक बनाया गया.
12. साल 1952 में सी वी रमन को उपराष्ट्रपति बनाने के लिए प्रस्ताव दिया गया जिसमें उन्हें सभी दलों के द्वारा समर्थन भी दिया जा रहा था लेकिन राजनीति में बिल्कुल भी रुचि ना होने के कारण उन्होंने बेहद सहजभाव के साथ इस पद के लिए मना कर दिया था.
13. सीवी रमन को साल 1954 में भारत रत्न दिया गया.
14. 21 नवंबर साल 1970 को सर चंद्रशेखर वेंकटरमन की 82 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गई थी.
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