जानिये हिचकी के पीछे का रियल साइंस, कैसे पायें इससे निजात?

भारत में हिचकी से कई अजीबों- गरीब टोटके जुड़े हुए हैं जैसे आपको हिचकी रही है तो कोई याद कर रहा होगा. सोचो कौन याद कर रहा है. सही नाम सोच लेने पर हिचकी रुक जाएगी. अगर किसी की हिचकी रुक नहीं रही है तो कोई शॉकिंग बात कह देनी चाहिए जिससे हिचकी रुक जाती है. पर इससे अच्छा हो कि हिचकी के पीछे का साइंस थोड़ा समझ लिया जाए और फिर उसके अनुकूल उपाय किए जाए.



रोज हम सांस लेते हैं और फेफड़ों में हवा जाती और वहां से आती रहती है. इसके साथ ही वह पर्दा भी हिलता है जो छाती और पेट के बीच में है. मगर कभी-कभी इस प्रवाह की लय गड़बड़ा जाती है इससे डायफ्रॉम फड़कने लगता है और हिचकी लगातार चलती रहती है.

1. इस फड़फड़ाने को काबू करके हवा का प्रवाह सहज करने के कई उपाय हैं. जैसे ठंडा पानी पीना, शक्कर खाना, कुछ सेकंड के लिए सांस रोकना, बर्फ खना और ना जाने कैसे -कैसे उपाय कर सकते हैं. इनमें से किसी भी एक विधि से हिचकी में आराम मिल जाता है.
2. जो लोग जल्दी- जल्दी भोजन खाते हैं या लाल मिर्च का सेवन ज्यादा करते हैं उनको भी हिचकी ज्यादा आती है . मगर यदि ये किसी भी उपाय से न रुक रही हो, तब डॉक्टर से राय कर लेना ही ठीक है.
3. लगातार हिचकी आ रही हो तो दोनों कानों में उंगली डालकर सांस को थोड़ी देर के लिए रोक लें, हिचकी आना एकदम बंद हो जाएगी.

4. हिचकी चलती हो तो 1-2 चम्मच ताजा शुद्ध घी, गरम कर सेवन करें.
5. हिचकी आने पर तुलसी व शक्कर खाकर पानी पीने से लाभ होगा.

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